At Airport Council International (ACI) World Annual General Assembly held in Seoul, Korea from 26-28 May, 2014, twenty officers from India achieved International Airport Professional (IAP) status. There were 96 participants altogether. The prestigious qualification has bestowed Indian IAPs with the IAP-CoP membership.
With current IAP designations, Airports Authority of India (AAI) has, to its fold, a huge 18 per cent of IAPs globally. Owing to this huge number, these officers are well positioned to make their presence felt in almost all the forums/ committees of ACI and other such multilateral bodies. This will help AAI in achieving cooperation among all segments of the aviation industry and their stakeholders as well as with governments and international organizations. With this designation, the Indian officers can influence international and national legislation, rules, policies, standards and practices based on established policies representing airports’ interests and priorities while maximizing cooperation and mutual assistance among airports.
ACI in partnership with International Civil Aviation Organisation (ICAO), ASI and SITA has been running the Global ACI-ICAO Airport Management Professional Accreditation Programme (AMPAP) since March 2007. The course seeks to develop a new generation of airport leaders in all functional areas of the airport business, as they earn the ACI-ICAO International Airport Professional designation.
एयरपोर्ट काउंसिल इंटरनेशनल (एसीआई) की विश्व वार्षिक आम बैठक 26-28 मई 2014 तक सिओल में हुई। इसमें भारत के 20 अधिकारियों ने इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्रोफेशनल (आईएपी) का दर्जा हासिल कर लिया। इसमें 96 प्रतिभागी शामिल हुए। भारतीय आईएपी ने प्रतिष्ठित आईएपी-सीओपी सदस्यता के साथ यह योग्यता हासिल की है।
वर्तमान आईएपी ओहदे के साथ, दुनिया भर में मौजूद आईएपी का 18 प्रतिशत भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण में हो गए हैं। इतनी बड़ी संख्या के कारण, इन अधिकारियों की एसीआई के लगभग सभी फोरमों/समितियों और इसी तरह के अन्य बहुउद्देश्यीय संगठनों में अच्छी स्थिति हो गई है। इससे भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण को विमानन उद्योग और उसके साझीदारों तथा सरकारों और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के सभी खंडों के बीच सहयोग कायम करने में मदद मिलेगी। इस ओहदे के साथ भारतीय अधिकारी अधिकतम सहयोग देने और हवाई अड्डों के बीच आपसी सहायता देने के साथ अंतर्राष्ट्रीय और राष्ट्रीय कानूनों, नियमों, नीतियों, मानकों और हवाई अड्डों के हितों और प्राथमिकताओं का प्रतिनिधित्व करने वाली स्थापित नीतियों पर आधारित कार्य प्रणाली को प्रभावित कर सकते हैं।
अंतर्राष्ट्रीय नागर विमानन संगठन के साथ भागीदारी में एसीआई, एएसआई और एसआईटीए मार्च 2007 से वैश्विक एसीआई – आईसीएओ एयरपोर्ट मैनेजमैंट प्रोफेशनल एक्रीडीटेशन प्रोग्राम चला रही है।